The संक्रामक रोग से बचने के उपाय Diaries
The संक्रामक रोग से बचने के उपाय Diaries
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तोक्यो महानगर सरकार के दिशानिर्देश हैं –
इसके अलावा, लोगों की गतिविधियों पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकेगा। सरकार केवल संक्रमित लोगों से ज़िम्मेदाराना तरीके से पेश आने का अनुरोध कर सकेगी।
वे लोग जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में हैं
मादक पदार्थ व्यसन, कारण एवं प्रभाव तथा दुरुपयोग पर नियंत्रण हेतु प्रबन्धन
यह टीके फ़ाइज़र और मॉडर्ना द्वारा विकसित किये जा रहे हैं। इन तथाकथित द्विसंयोजक टीकों में कोरोनावायरस के वर्तमान टीके तथा ओमिक्रोन के उप-प्रकार बीए.
यह प्रक्रिया अमरीकी दवा कंपनी फ़ाइज़र की गोली पैक्सलोविड की तरह ही काम करती है। नैदानिक परीक्षणों में भाग लेने वाले रोगियों को पाँच दिनों तक दिन में एक बार ज़ोकोवा दी गयी। चौथे दिन, वायरस प्रारंभिक राशि के लगभग तीसवें हिस्से तक कम हो गया और कोई गंभीर दुष्प्रभाव दिखाई नहीं दिये।
छाती में दर्द (सांस लेने के दौरान छाती में दर्द होना)
अपने हाथों अथवा वस्तुओं से त्वचा-नेत्र इत्यादि को प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से छूने, खुरचने, खुजलाने से बचें।
कोरोनावायरस का प्रसार आरंभ हुए लगभग तीन साल हो चुके हैं। शुरुआती दिनों से ही वायरस के ख़िलाफ़ लड़ाई में टीके और दवाएँ दो महत्त्वपूर्ण पक्ष माने जाते रहे हैं।
इस शृंखला में हम आपके लिए इन दो प्रकार के टीकों के साथ टीकाकरण की जानकारी प्रदान करेंगे।
जिन लोगों के परिवार में हड्डियों के रोग का इतिहास है, उन्हें डॉक्टर more info आर्थोपेडिक हेल्थ टेस्ट कराने की सलाह देते हैं। इस स्क्रीनिंग में हड्डियों की असामान्यताओं का पता लगाया जाता है। इलेक्ट्रोमोग्राफी, माइलोग्राफी, डिस्कोग्राफी कुछ ऐसे ही आर्थोपेडिक परीक्षण हैं।
किस टेस्ट से पुरुषों में ट्यूबरकुलोसिस का पता चलता है? क्या एक्स-रे से ट्यूबरकुलोसिस की पहचान की जा सकती है या इसके लिए कुछ अन्य टेस्ट करने की जरूरत होती है?
क्योंकि ये जीवाणुओं, विषाणुओं, कवकों, प्रोटोज़ोआ अथवा अन्य परजीवियों के माध्यम से होते हैं जो एक से अन्य में फैल सकते हैं। यहाँ पर फैलने के माध्यम के आधार पर संक्रामक रोगों का विवरण पेश किया जा रहा है ताकि हम सरलता से उनसे बच सकें :
कुछ कम ही मामलों में टीबी फेफड़ों के बाहर के क्षेत्रों में विकसित हो सकता है। जैसे छोटी ग्रंथियां जो प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा होती है (लिम्फ नोड्स), हड्डियों व जोड़ों, पाचन तंत्र, मूत्राशय व प्रजनन प्रणाली और मस्तिष्क व नसें आदि (तंत्रिका तंत्र)।